Sukhoi Su-35: रूस का एक अत्याधुनिक चौथी-पीढ़ी+ मल्टी-रोल फाइटर जेट है, जिसे Sukhoi Design Bureau ने विकसित किया है। यह Su-27 फ्लैंकर का उन्नत संस्करण है और इसे विशेष रूप से उच्च गतिशीलता, बेहतर एवियोनिक्स और उन्नत हथियार प्रणालियों के साथ डिजाइन किया गया है। Su-35 को एक ट्रांजिशनल फाइटर के रूप में देखा जाता है, जो पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमानों के आगमन से पहले रूसी वायुसेना को श्रेष्ठता प्रदान करता है। इसकी स्टेल्थ विशेषताएं भले ही सीमित हों, लेकिन इसकी जबरदस्त गति, युद्धक क्षमता और अत्याधुनिक तकनीक इसे दुनिया के सबसे घातक लड़ाकू विमानों में से एक बनाती हैं।
डिजाइन और एरोडायनामिक्स
Sukhoi Su-35 का डिजाइन Su-27 की विरासत को बनाए रखते हुए आधुनिक आवश्यकताओं के अनुसार अपग्रेड किया गया है। इसमें चौड़े डेल्टा विंग्स और ट्विन-टेल सेटअप दिया गया है, जिससे इसकी उड़ान स्थिरता और नियंत्रण बेहतर होता है। इस विमान को हाई-ऑफ-बोरसाइट (HOBS) एयर-टू-एयर कॉम्बैट में सक्षम बनाने के लिए इसकी संरचना को हल्का और अधिक एयरोडायनामिक बनाया गया है।
Sukhoi Su-35 में कंपोजिट मैटेरियल का व्यापक रूप से उपयोग किया गया है, जिससे इसका वजन कम रहता है और रडार सिग्नेचर भी अपेक्षाकृत कम होता है। हालांकि यह पूर्ण रूप से स्टेल्थ फाइटर नहीं है, लेकिन इसकी इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर क्षमताएं इसे रडार डिटेक्शन से बचाने में मदद करती हैं।
इंजन और सुपरक्रूज़ क्षमता
Sukhoi Su-35 में दो Saturn AL-41F1S टर्बोफैन इंजन लगे हैं, जो 14,500 किलोग्रामफोर्स (kN) का जोर उत्पन्न करते हैं। ये इंजन 3D थ्रस्ट वेक्टरिंग तकनीक से लैस हैं, जिससे विमान को अद्भुत गतिशीलता प्राप्त होती है। इस तकनीक के कारण Su-35 हवा में असाधारण युद्धाभ्यास कर सकता है, जिसमें कोबरा मैन्युवर और कुलबिट शामिल हैं।
यह विमान सुपरसोनिक क्रूज़िंग (सुपरक्रूज़) में सक्षम है, जिसका अर्थ है कि यह आफ्टरबर्नर का उपयोग किए बिना ध्वनि की गति से अधिक उड़ान भर सकता है। इसकी अधिकतम गति लगभग Mach 2.25 (2,400 किमी/घंटा) है, जो इसे हवा में दुश्मन के विमानों को पकड़ने और नष्ट करने के लिए आदर्श बनाती है।
एवियोनिक्स और रडार प्रणाली
Sukhoi Su-35 अत्याधुनिक एवियोनिक्स से लैस है, जो इसे हवा से हवा और हवा से जमीन पर सटीक हमला करने में सक्षम बनाते हैं। इसमें एक शक्तिशाली Irbis-E PESA (Passive Electronically Scanned Array) रडार लगा है, जो 400 किलोमीटर की दूरी तक लक्ष्य को ट्रैक कर सकता है। यह एक साथ कई लक्ष्य भेदने और दुश्मन के स्टेल्थ फाइटर्स को भी पहचानने में सक्षम है।
इसके अलावा, Sukhoi Su-35 में एक उन्नत ऑप्टिकल लोकेशन सिस्टम (OLS-35) और इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर (EW) सिस्टम मौजूद हैं, जो इसे दुश्मन की मिसाइलों और रडार सिस्टम से बचने में मदद करते हैं। इसका कॉकपिट डिजिटल ग्लास डिस्प्ले और हेड-अप डिस्प्ले (HUD) से लैस है, जिससे पायलट को सभी महत्वपूर्ण जानकारियाँ रीयल-टाइम में मिलती हैं।
हथियार प्रणाली और युद्धक क्षमता
Sukhoi Su-35 एक बहुमुखी फाइटर जेट है, जो 12 हार्डपॉइंट्स पर विभिन्न प्रकार के हथियार ले जा सकता है। इसमें हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलें, हवा से जमीन पर हमला करने वाली मिसाइलें, एंटी-शिप हथियार और गाइडेड बम शामिल हैं। इसकी प्रमुख मिसाइलों में R-77 और R-73 एयर-टू-एयर मिसाइलें शामिल हैं, जो 100 किमी से अधिक की दूरी तक लक्ष्य को नष्ट कर सकती हैं।
इसके अलावा, यह लंबी दूरी की R-37M मिसाइल से भी लैस हो सकता है, जो 300 किलोमीटर की दूरी तक दुश्मन के विमानों को मार गिराने में सक्षम है। हवा से जमीन पर हमले के लिए इसमें Kh-31 और Kh-59 क्रूज मिसाइलें हैं, जो बंकरों और दुश्मन के ठिकानों को तबाह करने के लिए उपयोग की जाती हैं। Su-35 में 30mm की एक ऑटो-कैनन भी लगी है, जो इसे नजदीकी हवाई युद्ध में खतरनाक बनाती है।
Sukhoi Su-35 बनाम अन्य लड़ाकू विमान
Sukhoi Su-35 की तुलना अक्सर पश्चिमी देशों के लड़ाकू विमानों जैसे F-15EX, Rafale और Eurofighter Typhoon से की जाती है। इसकी गतिशीलता और रेंज इसे अधिकांश चौथी-पीढ़ी के लड़ाकू विमानों से बेहतर बनाती है, लेकिन स्टेल्थ की कमी इसे पांचवीं-पीढ़ी के फाइटर जेट्स जैसे F-22 और F-35 से थोड़ा पीछे रखती है।
हालांकि, Su-35 की सबसे बड़ी ताकत इसकी थ्रस्ट वेक्टरिंग क्षमता है, जो इसे हवा में अविश्वसनीय युद्धाभ्यास करने की अनुमति देती है। यह F-22 Raptor की तरह सुपर-एजाइल फाइटर है और किसी भी वायु युद्ध में इसका प्रदर्शन अत्यधिक प्रभावशाली साबित हो सकता है।
रूसी वायुसेना और निर्यात बाजार
रूसी वायुसेना ने Su-35 को अपने प्रमुख लड़ाकू विमानों में से एक के रूप में शामिल किया है और यह रूस के प्रमुख सैन्य अभियानों में सक्रिय रूप से तैनात किया गया है। रूस ने Su-35 का सीरिया और यूक्रेन में वास्तविक युद्ध अभियानों में उपयोग किया है, जिससे इसकी युद्धक क्षमता साबित हुई है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी Su-35 की मांग बढ़ रही है। चीन, इंडोनेशिया, मिस्र और अल्जीरिया जैसे देशों ने इस विमान को खरीदने में रुचि दिखाई है। चीन ने पहले ही 24 Su-35 विमानों का ऑर्डर दिया था, जिससे यह रूस के लिए एक प्रमुख निर्यातक उत्पाद बन गया है।
भविष्य की संभावनाएँ और उन्नयन
Su-35 को भविष्य में और अधिक उन्नत बनाने के लिए इसमें नई तकनीकों को जोड़ा जा सकता है। रूस इसे पांचवीं-पीढ़ी के Su-57 के कुछ फीचर्स से लैस कर सकता है, जिससे इसकी स्टेल्थ और इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर क्षमताओं में सुधार होगा। इसके अलावा, Su-35 को ड्रोन स्वार्म ऑपरेशन में एक प्रमुख भूमिका निभाने के लिए भी अनुकूलित किया जा सकता है।
निष्कर्ष
Sukhoi Su-35 रूस का एक उन्नत लड़ाकू विमान है, जो अद्भुत गतिशीलता, लंबी दूरी की मारक क्षमता और अत्याधुनिक एवियोनिक्स से लैस है। इसकी थ्रस्ट वेक्टरिंग तकनीक और सुपरसोनिक क्रूज क्षमता इसे हवा में घातक बनाती है। हालांकि यह पूर्ण रूप से स्टेल्थ फाइटर नहीं है, लेकिन इसकी इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर प्रणाली इसे आधुनिक युद्धक्षेत्र में बेहद प्रभावशाली बनाती है। आने वाले वर्षों में, Su-35 रूस की वायुसेना और वैश्विक बाजार में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा और आधुनिक हवाई युद्ध में अपनी श्रेष्ठता बनाए रखेगा।